1,596 total views
रुड़की रोड़ दरगाह मेन गेट व टीन सेड,साबरी मेहमान खाना अपनी बदहाली पर आसू बहा रहा है,ना कोई रंगरोगन और ना कोई साफ सफाई।
ब्यूरो रिपोर्ट:24 पब्लिक न्यूज़।
कलियर।दरगाह साबिर पाक के 756 वे सालाना उर्स/मेले में दरगाह के पैसों को पानी की तरह बाहया जा रहा है।लेकिन रुड़की रोड दरगाह मेंन गेट वह साबरी मेहमान खाना अपनी बदहाली पर आसू बहारहा है। जिसपर कोई रंग रोगन नहीं कराया गया जो जायरिनो में चर्चा का विषय बना हुआ है।क्योंकि दरगाह के पैसों को उर्स की व्यवस्था के नाम पर लाखों रुपए खर्च किया जा रहा है।लेकिन दरगाह मेन गेट के सामने टीन सेड वह गुंबज वगैरा पर कोई रंग रोगन नहीं कराया गया।जिससे लग रहा है की उर्स के नाम पर जायरिनो के दान दिए पैसों को सिर्फ बंदर बांट किया जा रहा है।आपको बता दे की दरगाह साबिर पाक परिसर में जो रंग रोगन किया जाता है उसे हकीदतमंद जायरीन हर वर्ष अपने खुद के खर्चे से कराते है।लेकिन दरगाह प्रबंधन तंत्र को उर्स के समय भी मेहमान खाने वह दरगाह मेंन गेट पर भी रंग रोगन करने की जेहमत तक नहीं उठाई।और सबसे बड़ी बात यह है की दरगाह प्रबंधन तंत्र ने वफ़बोर्ड दरगाह दफ्तर पर भी कोई रंग रोगन नहीं कराया। वही दरगाह के पास इतना पैसा है की पूरी साबिर नगरी को रंग रोगन कराकर दुल्हन की तरह सजाया जा सकता था जिससे देश-विदेश से आने वाले जायरीन देखकर खुश होते।और दरगाह में दान दिल खोलकर करते कि उनका दिया हुआ पैसा दरगाह क्षेत्र में खर्च कर दरगाह को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है।
