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तीन माह के बच्चे के अपहरण का पुलिस ने किया खुलासा,खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह सहित खरीदार को भी किया गिरफ्तार।
ब्यूरो रिपोर्ट:24 पब्लिक न्यूज़।
कलियर।शुक्रवार को अमरोहा निवासी जहीर अंसारी अपनी पत्नी शमा और तीन माह के बेटे अबुजर के साथ बुधवार को कलियर में जियारत करने आए थे।शुक्रवार रात को वे साबरी गेस्ट हाउस के सामने एक अस्थायी दुकान में सो रहे थे।शनिवार सुबह लगभग 3 बजे, जब जहीर चाय लेने गया, तो बच्चा गायब हो गया। बच्चे के अगवा होने की तत्काल जानकारी कलियर थाने को दी गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से जाँच शुरू की और पाया कि बच्चे को एक स्कार्पियो में अगवा किया गया था।थानाध्यक्ष कलियर द्वारा पूरे प्रकरण की जानकारी दिए जाने पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने तुरंत मुकदमा दर्ज करने के आदेश देते हुए कलियर व आसपास के थानों की संयुक्त टीमें गठित कर बच्चे की जल्द तलाश के निर्देश जारी किए गए तथा टेक्निकल सपोर्ट के लिए सीआईयू रुड़की प्रभारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।जुटाए गए मैनुअल एवं डिजिटल साक्ष्यों का पीछा करते हुए पुलिस टीम मेरठ पंहुची तो उनके हाथ इस पूरी वारदात की एक अहम कड़ी लगी जिसका नाम था आस मोहम्मद लंगड़ा। पूछताछ के आधार पर पुलिस ने पहले आस मौहम्मद की पत्नी शहनाज (अज्ञात महिलाओं में से एक) और फिर सलमा (दूसरी अज्ञात महिला) तक पहुंची और उनसे पूरे घटनाक्रम की विस्तृत पूछताछ की।पूछताछ में बच्चा चोरी के बाद उसके बेचने की पूरी चेन की परत खुली और पुलिस टीम ने अन्य संदिग्ध महिला अंचन, नेहा शर्मा और बच्चे के अन्तिम खरीददार विशाल गुप्ता उर्फ अच्ची को दबोचा।पुलिस की पकड़ में आए विशाल गुप्ता की शादी को 10 साल होने के बाद भी कोई संतान नही थी जिस कारण वह अपना और अपनी पत्नी का प्रेम अस्पताल मेरठ में इलाज करा रहा था जहां नेहा शर्मा बतौर पैसेन्ट कोर्डिनेटर काम कर रही थी। इलाज के दौरान विशाल गुप्ता ने नेहा शर्मा को बताया कि अगर कोई गरीब अपने बच्चों की परवरिश नहीं कर पा रहे हैं तो वह बच्चे का लालन-पालन करने को तैयार हैं। ये बात जानकर नेहा शर्मा एवं अन्य ने कलियर जैसे भीड़भाड वाले इलाके से बच्चा चोरी का प्लान बनाया।योजना के मुताबिक बच्चा चोरी करने में सफल होने पर शहनाज व सलमा अज्ञात महिलाओं को आस मोहम्मद लंगड़ा बुक की गई स्विफ्ट डिजायर के जरिए बच्चे सहित कलियर से लेकर फरार हो गया था। इन्होंने बच्चा तीन लाख में अंचन को और अंचन द्वारा तीन लाख नब्बे हजार में नेहा शर्मा को बच्चा बेचा गया। अन्त में नेहा शर्मा ने भी 01 लाख रुपये का प्रॉफिट कमाते हुए बच्चे को कुल चार लाख नब्बे हजार रुपये में विशाल गुप्ता को बेच दिया गया।पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर इस प्रकार सघन पूछताछ से उपरोक्त नाबालिक शिशु को विशाल गुप्ता के घर से सकुशल बरामद करते हुए तथा सभी आरोपियों को जुर्म धारा से अवगत करते हुए हिरासत पुलिस लिया गया। मामला 3 माह के नादान शिशु का अतिसंवेदनशील होने के कारण स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही थी इसी क्रम में उच्च अधिकारी गणों के निर्देशन में उक्त बच्चे को महज 55 घंटे के अंदर मुखबिर तंत्र का सहारा लेकर इस ब्लाइंड कैश की गुत्थी सुलझा कर नादान शिशु को माता-पिता को सोंपा गया।नाम पता गिरफ्तार अभियुक्त,आस मोहम्मद लंगड़ा पुत्र शुकरू द्दीन,शहनाज पत्नी आस मोहम्मद लंगड़ा,सलमा पत्नी राजा,श्रीमती अंचन पत्नी महेंद्र तिवारी,नेहा शर्मा पत्नी अमित शर्मा,विशाल गुप्ता उर्फ अच्ची पुत्र बालेश्वर।बरामदगी नाबालिक शिशु उम्र तीन माह,खरीद फरोक्त मे इस्तेमाल एक लाख रुपए,संयुक्त पुलिस टीम थानाध्यक्ष कलियर रविन्द्र कुमार,व0उ0नि0 बबलू चौहान,उ0नि0 पुष्कर सिहं चौहान,हे0का0 जमशेद अली, हे0का0 रविन्द्र बालियान,हे0का0 नूर हसन,का0 जितेन्द्र सिंह,का0 प्रकाश मनराल,का0 भादूराम,म0का0 सोफिया अंसारी,म0का0 सरीता राणा,हो0गा0 अंकित कुमार SOG टीम निरीक्षक प्रदीप बिष्ट,हे0का0 अश्वनी यादव, हे0का0 चमन सिंह,का0 महिपाल सिंह,का0 अजय काला
